नाचती हुई आग
गाता हुआ पंछी
मरती हुई हवा
बर्फीली हवाएं
और अफवाहें
गुजरते हुएं दिन की
आवाजें कानो में
थकी हुई लौ दिए की
यायावर की पुकार
सारा रंग आसमान का
धरती पर पैर
राह पर गढ़ी निगाहें
जहाँ अंकित है पथ
जो अंक पासा फेंकता है
वो नाम जिनके चेहरे हैं
बादलों के झुंड में
जिन्हें तुम देखते हो
और जो आये नहीं है अब तक
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