शनिवार, फ़रवरी 19, 2011

Couplets

ऐ मेरे दिल चल कहीं और चल,
इस चमन में अब अपना गुजारा नहीं.
जब भी गुलशन को ख़ून की ज़रूरत पड़ी,
सबसे पहले हमारी ही गर्दन कटी,
फिर भी ये कहते हैं हमसे,
ये हमारा चमन है तुम्हारा नहीं


सत्य हो यदि, कल्प की भी कल्पना कर, धीर बाँधूँ,
किंतु कैसे व्यर्थ की आशा लिए, यह योग साधूँ!
जानता हूँ, अब न हम तुम मिल सकेंगे!
आज के बिछड़े न जाने कब मिलेंगे?

Courage

शौर्य क्या है ?
थरथराती इस धरती को रोंधाती फौजियों की एक पलटन का शोर
या सहमे से आसमान को चीरता हुआ बंदूकों की सलामी का शोर
शौर्य क्या है ?
हरी वर्दी पर चमकते हुए चंद पीतल के सितारे
या सरहद का नाम देकर अनदेखी कुछ लकीरों की नुमाइश
शौर्य क्या है ?
दूर उड़ते खामोश परिंदे को गोलियों से भून देने का एहसास
या शोलों की बरसात से पल भर में एक शहर को शम्शान बना देने का एहसास
शौर्य
बहती पियास में किसी के गर्म खून का हौले से सुर्ख हो जाना
या अनजानी किसी जन्नत की फिरात में पल पल का दोसर बनते जाना
बारूदों से धुन्धलाये हुए इस आसमान में शौर्य क्या है ?
वादियों में गूंजते किसी गाँव के मातम में शौर्य क्या है ?
शौर्य
शायद एक होंसला शायद एक हिम्मत हमारे बहुत अन्दर
मजहब के बनाये दायरे को तोड़कर किसी का हाथ थाम लेने की हिम्मत
गोलियों के बेतहाशा शोर को आपनी खामोशी से चुनोती दे पाने की हिम्मत
मरती मारती इस दुनिया में निहत्थे डटे रहने की हिम्मत
शौर्य
आने वाले कल की खातिर आपने हिस्से की कायनात को आज बचा लेने की हिम्मत
शौर्य क्या है ?